Nirmal Choudhary : Biography, Wiki, Family, Education and Politics

निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष हैं। निर्मल चौधरी हाल ही में हुए छात्रसंघ चुनाव 2022 में निर्वाचित हुए हैं। निर्मल चौधरी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और 1467 वोटों से इस चुनाव में जीत दर्ज की थी। निर्मल चौधरी राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले हैं और वो एक किसान परिवार में जन्में हैं। आज इस लेख में हम निर्मल चौधरी के जीवन परिचय (Biography of Nirmal Choudhary) के बारे में बात करेंगें और जानेंगें कि आखिर एक छोटे से गांव का युवा लड़का कैसे प्रदेश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी का छात्रसंघ अध्यक्ष बना?


निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) का जन्म 2 जुलाई 1998 को राजस्थान के नागौर जिले में हुआ था। निर्मल चौधरी के गांव का नाम धामणिया हैं, जो नागौर जिले की मेड़ता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता हैं। निर्मल चौधरी के पिता का नाम दयालराम चौधरी हैं, वो एक सरकारी अध्यापक हैं। निर्मल चौधरी की माता का नाम रूपा देवी हैं, वो एक गृहणी हैं और खेती का काम भी करती हैं। निर्मल चौधरी के एक भाई हैं, उनका नाम नीर चौधरी हैं। निर्मल की बहन का नाम सारा चौधरी हैं, वो राजस्थान यूनिवर्सिटी की महारानी कॉलेज में पढ़ती हैं। निर्मल चौधरी एक किसान परिवार से आते हैं, खाली समय मे निर्मल चौधरी खेती में अपनी माँ का हाथ भी बंटाते हैं। 


निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव और मेड़ता से पूरी हुई, फिर आगे की स्कूली शिक्षा के लिए निर्मल चौधरी सीकर जिले की फेमस स्कूल शेखावाटी स्कूल लोसल में एडमिशन ले लिया। शेखावाटी स्कूल से ही निर्मल चौधरी ने 12 वीं तक की पढ़ाई पूरी की। निर्मल चौधरी के पिता चाहते थे कि वो पढ़ लिखकर एक प्रशासनिक अधिकारी बने और आमजन की सेवा करें, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। निर्मल चौधरी उच्च शिक्षा के लिए राजस्थान प्रदेश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी राजस्थान यूनिवर्सिटी पहुंच गए और यहां से निर्मल चौधरी ने बीए की पढ़ाई शुरू कर दी।


निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) ने राजस्थान यूनिवर्सिटी में आने पर देखा कि यहाँ गांव ढाणी से आने वाले छात्रों और छात्राओं की सहायता करने के लिए कोई नहीं हैं। इसलिए निर्मल चौधरी ने शुरुआत से ही छात्रों की सहायता करना शुरू कर दिया। पहले निर्मल चौधरी NSUI से जुड़े थे और NSUI के साथ मिलकर छात्रों के लिए संघर्ष करते थे। निर्मल चौधरी लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं, खुद मुकेश भाकर राजस्थान यूनिवर्सिटी से छात्रसंघ चुनाव लड़ चुके हैं और इस यूनिवर्सिटी में मुकेश भाकर का हमेशा से दबदबा रहा हैं और मुकेश भाकर को ही आदर्श मानकर निर्मल चौधरी ने छात्र राजनीति शुरू की थी।


विधायक मुकेश भाकर ने निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) को सलाह दी कि आप सिर्फ पार्टी पर भरोसे मत रहो और खुद ही संघर्ष करो, पार्टी में आम लोगों को टिकट मिलना काफी मुश्किल होता हैं। विधायक मुकेश भाकर की इस बात को ही गांठ बनाकर निर्मल चौधरी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रों से सीधा संपर्क बनाना शुरू कर दिया और वो छात्रों से सीधे फेस टू फेस मिलकर उनके मुद्दे सुलझा देते थे। नए एडमिशन लेने वाले छात्रों से निर्मल चौधरी सीधे मिलते और उनकी यूनिवर्सिटी में पूरी मदद करते थे। 


निर्मल चौधरी ने 3 साल तक राजस्थान यूनिवर्सिटी से बीए की पढ़ाई पूरी की, इसके बाद निर्मल चौधरी ने राजस6यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र से एमए की पढ़ाई करना शुरू कर दिया। साल 2020 में ही निर्मल चौधरी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का मन बना लिया था। साल 2020 में कोरोना काल आने के कारण यूनिवर्सिटी और कॉलेज बंद ही गए, इस दौरान ऑनलाइन परीक्षा हुई, प्रमोट किया गया, इन सभी मामलों में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, इस दौरान यूनिवर्सिटी में निर्मल चौधरी ने छात्र-छात्राओं की काफी सहायता की और उस समय से ही निर्मल चौधरी ने छात्रसंघ चुनाव को लेकर तैयारी भी शुरू कर दी।


साल 2020 और साल 2021 इन दो सालों में नए एडमिशन लेने वाले छात्रों और छात्राओं से निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) ने सीधी मुलाकात करके उनकी यूनिवर्सिटी में पूरी सहायता की, खासतौर से निर्मल चौधरी ने छात्राओं की शालीनता के साथ सहायता की। निर्मल चौधरी ने बिना किसी पार्टी के निर्दलीय ही छात्रसंघ चुनाव की तैयारी की। साल 2022 में शुरुआत से कॉलेज और यूनिवर्सिटी खुले हुए थे, इस दौरान निर्मल चौधरी और उनकी टीम ग्राउंड पर काम कर रही थी। यूनिवर्सिटी में कई जगहों पर निर्मल चौधरी की हेल्प डेस्क भी लगी हुई थी, जहां यूनिवर्सिटी में आने वाले छात्र-छात्राओं की पूरी सहायता होती थी।


जब छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हुई तो निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) ने निर्दलीय ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी और चुनाव की तैयारी शुरू कर दी, वहीं NSUI मंत्री मुरारीलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल और महारानी कॉलेज की पुर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रितु बराला को टिकट देने को लेकर असमंजस में थी। अंत मे NSUI ने रितु बराला को टिकट दिया, इसके साथ ही निहारिका जोरवाल ने निर्दलीय ही ताल ठोक दी, जिसका सीधा फायदा निर्मल चौधरी को मिला। वहीं ABVP ने नरेंद्र यादव को उमीदवार बनाया था। चुनाव प्रचार के दौरान भी निर्मल चौधरी ग्राउंड पर थे और उन्होंने यूनिवर्सिटी की सभी कॉलेजों में जाकर प्रचार प्रसार किया।


निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) ने चुनाव प्रचार में सोशल मीडिया का भी पूरा फायदा उठाया और सोशल मीडिया के जरिये युद्ध स्तर पर कैम्पेनिंग की, जिसका फायदा भी निर्मल चौधरी को हुआ। निर्मल चौधरी ने नामांकन रैली के दौरान बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया था, इस दौरान राजस्थान सरकार के इशारे पर निर्मल चौधरी की रैली पर लाठी चार्ज भी हुआ, इस दौरान निर्मल चौधरी और उनकी बहन सारा चौधरी को चोटें भी आई थी। निर्मल चौधरी को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन आधी रात को ही निर्मल चौधरी को कोर्ट खुलवाकर रिहा करना पड़ा, इस पूरी घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए, इन सब मे निर्मल चौधरी का संघर्ष दिखाई दिया और उन्हें छात्रों से काफी सहानुभूति भी मिली।


निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) के वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर निर्मल चौधरी के पक्ष में एक लहर चला दी। इसी की बदौलत निर्मल चौधरी के पक्ष में एकतरफा वोटिंग हुई और निर्मल चौधरी को 4043 वोट मिलें। निर्मल चौधरी ने इस चुनाव में 1467 वोटों से जीतकर यूनिवर्सिटी अध्यक्ष का ताज अपने नाम किया। अध्यक्ष बनने के बाद निर्मल चौधरी ने दूसरे ही दिन से यूनिवर्सिटी में काम करना शुरू कर दिया और कुलपति से मिलकर अपनी मांगें सामने रखी। निर्मल चौधरी ने दूसरे ही दिन यूनिवर्सिटी में एक दिन की छुट्टी भी करवाई थी, जो काफी चर्चा का विषय बनी थी। 


इसके अलावा निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) ने यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों में जाकर छात्राओं के साथ खाना भी खाया और उनको आ रही परेशानियों को सुना और अगले ही दिन वो सभी समस्याएं लेकर सीधे कुलपति के पास पहुंच गए। ये सभी घटनाक्रम काफी चर्चित रहे हैं। निर्मल चौधरी ने जयपुर, सीकर, नागौर के सभी क्षेत्रों में एक बड़ा रोड़ शो भी किया, इस दौरान हर गांव में उनका स्वागत भी किया गया था। निर्मल चौधरी ने अपनी इस राजनीतिक पारी का श्रेय लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को ही दिया हैं। वर्तमान में राजस्थान की राजनीति में निर्मल चौधरी काफी चर्चित हैं और सोशल मीडिया पर भी निर्मल चौधरी इन दिनों छाए हुए हैं।


निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं, उनके सोशियल साइट्स पर हजारों की संख्या में फॉलोवर हैं। निर्मल चौधरी के फेसबुक पेज पर 2 लाख 50 हजार से ज्यादा फॉलोवर हैं व इंस्टाग्राम पर 2 लाख 80 हजार फॉलोवर हैं। निर्मल चौधरी सोशल मीडिया के जरिए अक्सर छात्र-छात्राओं के मुद्दे उठाते हुए नजर आते हैं, इसके अलावा राजस्थान की राजनीति को लेकर भी वो सोशल मीडिया पर अपने बयान देते रहते हैं। निर्मल चौधरी के बारे में अन्य जानकारियां हम नीचे टेबल में दे रहे हैं, इसके अलावा उनकी फोटोज़ भी हम नीचे दे रहे हैं।



Biography of Nirmal Choudhary


Personal Details
NameNirmal Choudhary
Nick NameN/A
Date of Birth2 July 1998
Age24
ReligionHindu
CastJat
Education DegreeBA, MA
School NameShekhawati School
College NameRajasthan University
ProfessionPolitician
Present PostPresident RU
Political PartyIndependent
Birth PlaceNagaur, Rajasthan
AddressMerta, Nagaur
Marital StatusUnmarried
Physical Appearance
GenderMale
Height6 Ft
Weight65 Kg
Hair ColourBlack
Eye ColourBlack
Family Details
FatherDayal Ram Choudhary
MotherRupa Devi
SisterSara Choudhary
BrotherNeer Choudhary
SpouseN/A
ChildrenN/A
Personal Intrest
HobbySocial Work
Favorite ActorN/A
Favorite ActressN/A
Favorite SingerN/A
Favorite CricketerN/A
Favorite ColourWhite
Favorite CarFortuner
Favorite BikeBullet
Financial Details
BussinessN/A
IncomeN/A
Net WorthN/A
CarFortuner
BikeN/A
OtherN/A
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